आप यहां Mookambika Temple Timings के बारेमे जानकारी हेतु आए हैं। मुझे वह समय याद है जब मैं घंटों गाड़ी चलाने के बावजूद एक मंदिर में पहुंचा तो पाया कि वह बंद था। जिसके चलते मेरे पूरी मेहनत पर पानी फेर गया। इसलिए किसीभी मंदिर में जानेके पहले उस मंदिर के खुलने और बंद होने के timings की जानकारी होना काफी जरूरी होता हैं।
आज हम कर्नाटक राज्य में स्थित Mookambika Temple Timings के बारेमे जानेंगे, जिससे आप अगर mookambika temple में दर्शन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको मंदिर खुलने और बंद होनेका समय पता हो।
Main deity and associated legends of Mookambika Temple
मैगलोर शहरसे लगभग 175 कि मीटर दुरस्थित मूकांबिका मंदिर एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर मुकांबिका देवी को समर्पित है। मंदिर में मुकांबिका देवी की पंच धातु से बनी तीन फीट ऊंची मूर्ती है जिसपर किमती रत्न जड़े हुवे है।Mookambika Goddess को सरसवती, लक्ष्मी और शक्ति का रूप माना जाता है। “सात मुक्तिस्थल” जो की कोल्लूर, उड़िपी, सुब्रहण्य,काटेश्वरा, गोकर्ण और शंकरनारायणा मेंसे एक “मुक्तिस्थल” है। यह मंदिर हिंदू संत और वैदिक विद्वान आदि शंकराचार्य से संबंधित होने के वजह से भी प्रख्यात है। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर भी मूकांबिक मंदिर की तरह सुंदर और प्राचीन है। महाराष्ट्र के महालक्ष्मी मंदिर के बारेमे ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
स्थानीय लोगों में यह दंतकथा प्रचलित है की कोदाचद्री पहाड़ीपर ही मूकांबिक देवी ने हजारों साल पहले मकासुर नामक दानव का वध किया था ।
मंदिर में ज्योतिर्लिंग के रूप में देव प्रतिमा है, जिसमे शक्ति और शिव दोनो का समावेश है। ऐसा मान्यता है कि देवी का मूल स्थान कोदाचद्री पहाड़ी के चोटी पर है। कोदाचद्री पहाड़ी कर्नाटक राज्य के सबसे ऊंचे पहाड़ीयो में १३ वे नंबर पे आती है। जिसकारण मूकांबिका देवी के दर्शन करना मुश्किल था इसलिए आदि शंकराचार्य में इस मंदिर का निर्माण पहाड़ी के तलहटी में किया।
Photos of Mookambika Temple
Google Map of Kollur Mookambika Temple
Kollur Mookambika Temple History and Significances
कोदचद्री पहाड़ी के तलहटी में यह मंदिर स्थित है। मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य ने १२०० इस मंदिर में देवी की प्रतिमा को स्थापित किया है।
भारत के कर्नाटक राज्य के उड़िपी शहर में mookambika temple स्तित है, कर्नाटक और केरल राज्य के भाविंको के लिए mookambika temple एक प्रसिद्ध और एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह मंदिर सौपर्णिका नादिके तट और कोदाचद्री पहाड़ी से घिरा हूवा होनेके कारण अपनी नैसर्गिक सौंदर्य में चार चांद लगाता है।
Other Temples in Kollur Mookambika Temple
Kollur Mookambika मंदिर में मुकांबिका देवी के अलावा निम्नलिखित देवी देवताओं के भी मंदिर है।
- श्री सुब्रह्मण्य
- श्री पंचमुखा गणपती
- श्री चंद्रमौलीश्वरा
- श्री प्राणलिंगेश्वरा
- श्री पार्थीश्वरा
- श्री नांजु़देश्वरा
- श्री वेंकटरमन
- श्री तुलासिगोपालकृष्ण
नवरात्री के दिनों में यहां भाविकोंका मेला सा लग जाता है। साथही यहभी माना जाता है की यहां का स्वयंभू शिवलिंग कृष्ण जयंती के समय ही प्रकट हुवा था। इसलिए Mookambika Temple में कृष जयंती पर भी लाखों की तदन्त में भाविक पहुंचते है।
Festivals Celebrated at Mookambika Temple
मूकांबिका मंदिर कर्नाटक और केरल राज्यका सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक मंदिर है, जिसकारण इस मंदिर में हररोज भक्तों का मेला लगा हुंवा रहता है। मूकांबिका मंदिर में निम्नलिखित त्योहार बड़े धूम धामसे मनाए जाते हैं।
- नवरात्रि
- धनुर्मास
- शिवरात्रि
- वार्षिक उत्सव ( मार्च या एप्रिल महिने में मनाया जाता है, जो नौ दिनों तक मनाया जाता है।)
- उगादी
- अष्टबंध ब्रह्मकलाशोत्सव
- चंडिका होम
Architectural highlights of Mookambika Temple
Mookambika Temple में सबसे खास बात मंदिर की मुख्य मूर्ति जो की मुकांबिका देवी है वह पंच धातु से बनी तीन फीट ऊंची और विभिन्न रत्नोंसे जड़ी हुईं है। मूकांबिका मंदिर अपने जटिल सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
- मंदिर की बनावट द्रविड़, विजयनगर और होयसला शैली से बनी हुईं है।
- मंदिर के मध्य में एक मीनार बनी हुईं है जिसपर विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियां उकेरी गईं है। इस मीनार को “गोपुरा” कहां जाता है।
- मंदिर में एक “मंडपम” भी है जिसमे मंदिर में होनेवाले विभिन्न अधिष्ठान और समारोह किये जाते है।
Kollur Mookambika Temple Timings
ऊपर दिए गए जानकारी से आपको Mookambika Temple के बारेमे अधिकतर जानकारी मिली होंगी। मुकांबिक मंदिर भारतके चुनींदा मंदिरों मेंसे है जिसमे ज्योतिर्लिंग और देवी एकसाथ विराजमान है। आईए अब अपने मुख्य मुद्दे की ओर बढ़ते है जो की है। Mookambika Temple Timings यानी मूकांबिका मंदिर देवस्थान समय सारणी।
Vidyarambham timing in Mookambika Temple
श्री मूकांबिका मंदिर में विद्यारंभ (Vidyarambham) रोजाना किया जाता है, मूकांबिका मंदिर में विद्यारंभ का समय कुछ इस तरह है।
- रोजाना सुबह ६.०० बजेसे दोपहर १.३० बजेतक
- रोजाना श्याम ५.०० बजेसे रात ९.०० बजेतक
अपने भव्यता और सुंदरता के लिए वृंदावन का इस्कॉन मंदिर भी काफी प्रचलित हैं। हररोज यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर की समय सारणी जानने के लिए यहां क्लिक करे।
Regular Mookambika Temple Timings
Mookambika Temple Timings भी आम मंदिरो जैसी है, जो प्रातः काल से शुरू होती है और देर रात चलती है। भक्तगण मूकांबिका देवी के दर्शन और पूजा के लिए काफी आतुर रहते है। भाविक सुबह से ही पूजा अर्चना के लिए मंदिर में होते है। आईए जानते है , Mookambika Temple timings ke बारेमे विस्तार से।
- सुबह ५.०० से दोपहर १.३० बजेतक
- दोपहर ३.०० से ५.०० बजेतक ( सिर्फ दर्शन)
- श्याम ५.०० से ९.०० बजेतक ( विशेष दिनों को छोड़कर)
Morning Mookambika Temple Timings
समय | अनुष्ठान और दिनचर्या |
सुबह ५.०० बजे | मंदिर के द्वार खुलते है। |
सुबह ५.१५ बजे | शिवलिंग को “अभिषेकम” |
सुबह ५.३० बजे | गनाहोमा (१ नारियल) |
सुबह ६.३० बजे | सुबह की पूजा की शुरुवात |
सुबह ७.१५ बजे | दंता धवन मंगलारती |
सुबह ७.३० बजे | पंचामृत अभिषेकम् |
सुबह ७.४५ बजे | नैवेद्य |
सुबह ८.०० बजे | प्रातः मंगलारथी और “बाली” उत्सवम |
सुबह ८.१५ बजे | प्रातः बाली उत्सव का समापन |
प्रातः कालकी दिनचर्या में भक्तगण श्री मूकांबिका देवीके दर्शन सुबह ५.०० से ७.१५ तक और सुबह ७.४५ से ११.३० तक ही कर सकते है।
Afternoon Mookambika Temple Timings
समय | अनुष्ठान और दिनचर्या | |
सुबह ११.३० बजे | दोपहर पूजा शुरू | |
सुबह १२.३० बजे | महा मंगलारथी और दोपहर “बाली उत्सव” | |
सुबह १.३० बजे | मंदिर बंद |
दोपहर की दिनचर्या में भक्तगण श्री मूकांबिका देवीके दर्शन दोपहर १२.०० से १२.२० तक और दोपहर १२.४५ से १.३० तक ही कर सकते है। दोपहर १.३० बजे मंदिर के दरवाजे भक्तगणों के लिए बंद किए जाते है।
पुनः दोपहर ३.०० बजे मंदिर के दरवाजे खोले जाते है। दोपहर ३.०० बजेसे दोपहर ६.३० बजेतक भक्तगण सिर्फ मूकांबिका देवी के सिर्फ दर्शन कर सकते है, दोपहर ३.०० से ५.०० बजेतक किसी प्रकार की “सेवा” नहीं की जाएगी।
Evening Mookambika Temple Timings
समय | अनुष्ठान और दिनचर्या |
श्याम ७.४५ बजे | सभी देवताओं के लिए मंगलाआरती। |
रात ८.०० बजे | नैवेद्यम, “बाली” और मंगलारती |
रात ८.१५ बजे | रात्रि “बाली” उत्सव |
रात ८.३० बजे | उत्सव मूर्ति को सरस्वती मंडप में रखा जाता है, और नैवेद्य को चावल, नारियल के साथ रखा जाता है। उसके बाद मंगलारथी और अष्टवदना सेवे वेदघोष, संगीता, श्रुतिवाद्य, सर्ववाद्य)। इसके खत्म होने के बाद श्री देवी को मंदिर के अंदर ले जाया जाता है। |
रात ९.०० बजे | कषाय मंगलराती |
शाम ५.०० बजे से रात ९.०० बजे तक भक्तों को दर्शन की अनुमति है (विशेष उत्सवों/अवसरों को छोड़कर)
Dress code for Mookambika Temple
अन्य हिंदू मंदिरों की तरह मूकांबिका मंदिर में भी भक्तों के लिए ड्रेस कोड है। पुरुष और महिलाओं के लिए ड्रेस कोड है। पुरुषों को स्वच्छ सफेद रंग की धोती पहना है और ऊपर आप शर्ट या बनियान नहीं पहनना है।
महिलाओं को साड़ी, कुर्ता और दुपट्टा या पंजाबी ड्रेस भी पहन सकते है।
Homas performed for various purposes at Mookambika Temple
हिंदू धार्मिक प्रथाओं के अनुसार, होमम एक पवित्र अनुष्ठान है जो पवित्र शास्त्रों के सिद्धांतों के अनुसार किसी विशेष देवता या देवताओं के आशीर्वाद को कुछ उद्देश्यों के साथ प्राप्त करने के लिए किया जाता है। मूकांबिका मंदिर मे निम्न दिये गये होमम अनुष्ठान किये जाते है.
अनु क्र. | उद्देश्य | होमम का नाम |
1 | शिक्षा और व्यवसाय में प्रगति के लिए | सरस्वती होमम गणपति होमम |
2 | बुराइयों से सुरक्षा के लिए | महा सुरदर्शन होम रुद्र होम |
3 | स्वास्थ्य और उपचार के लिए | आयुष्य होम धन्वंतरि होम महा सुदर्शन होम |
4 | धीरज और दीर्घायु के लिए | महा मृत्युंजय होम आयुष्य होम रुद्र होम |
5 | वास्तु दोषों को दूर करने के लिए | वास्तु होम भू वराह होम नवग्रह होम चंडिका होम |
6 | व्यापार में सफलता और धन संचय के लिए | महालक्ष्मी होम/ कुबेर होम नवग्रह होम चंडिका होम |
7 | विवाह एवं वैवाहिक सद्भाव के लिए | स्वयंवर पार्वती होम चंडिका होम नवग्रह होम |
8 | संतान प्राप्ती के लिए | संथाना गोपाल होम चंडिका होम |
9 | विरोधियों को खत्म करने के लिए | नवग्रह होम चंडिका होम |
10 | रियल एस्टेट और खेती में सफलता के लिए | भू वराह होम महालक्ष्मी होम गणपति होम |
Accomodation in Kollur Mookambika
कोल्लूर मूकांबिका मंदिर के दर्शन के लिए आप आ रहे है, और वहां आप रहने के लिए होटल्स खोज रहे है तो आपको Mookambika Temple के पास बहोत किफायती और आलीशान होटल्स उपलब्ध है। खासकर अगर आप त्योहारों के समय मूकांबिका मंदिर आने का विचार कर रहे है तो आपको इन होटल्स में कमरों की बुकिंग करनी होंगी। ताकि आपको किसी प्रकार की असुविधा ना हों।
List of Top 10 Hotels in Kollur Mookambika
Sr. No | Name of Hotels |
1 | कैराली रेजीडेंसी (सर्वोत्तम बजट होटल) |
2 | महालक्ष्मी रेजीडेंसी |
3 | मूकाम्बिका पैलेस |
4 | ज्योतिस रेजीडेंसी |
5 | अबीमोन रेजीडेंसी |
6 | हैमिल्टन रेजीडेंसी |
7 | श्री रत्ना गेस्ट हाउस |
8 | स्वयंभू गेस्ट हाउस |
9 | मयूरा गेस्ट हाउस |
10 | श्वेता टूरिस्ट होम |
How To Reach Mookambika Temple
मूकांबिका मंदिर के दर्शन के लिए आप जाने का विचार कर रहे हो तो आप मूकांबिका मंदिर में पहुंचने के लिए रोड, रेलवे और वायु मार्ग से पहुंच सकते हैं।
By Road (Car)
मूकांबिका मंदिर बंगलुरु से लगभग 425 कि. मि दूर है, इस दूरी को आपको तय करने के लिए कार से 6 से 7 घंटे लगते है।
By Bus (KSRTC, Karnataka Government) from Majestic Bus Stand, Bengaluru
KSRTC बस सेवा बंगलुरु से उपलब्ध है, बंगलुरु से कोल्लूर मूकांबिका मंदिर की दूरी 425 कि. मि है, यह अन्य तय करने के लिए 8 घंटे लगते है।
By train
Kollur Mookambika Temple पहुंचने के लिए रेलवे सुविधा भी उपलब्ध है। आपको बंगलुरु से उड़ीपी तकरीबन 10 घंटे का प्रवास करना होगा, और उड़िपी से कोल्लूर का रेलवे का अंतर 75 किमी है।
Near by Attraction in Kollur Mookambika
कोल्लूर मूकांबिका मंदिर जितना प्रवित्र और नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, उतने मूकांबिका मंदिर के आस पास कुछ प्रेक्षणीय स्थल भी मशहूर है।
Sr. No | Places |
1 | मूकांबिका मंदिर |
2 | सरस्वती मंडप |
3 | मूक्कांबिका वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी |
4 | अरिशिना गुंडी फॉल |
5 | बालामूरी गणपती मंदिर |
6 | मास्ती काटे (Masti Katte) |
7 | वीराभद्र स्वामी श्राइन |
8 | गरुडा गुहा |
9 | सुब्रह्मण्यस्वामी मंदिर |
10 | चावदेश्वरी मंदिर |
Tips For Visitors for Kollur Mookambika Temple
Do’s
- आपके द्वारा किसी भी चढ़ावा या सेवा की रसीद मंदिर के सेवा काउंटर से ही लेनी चाहिए।
- चढ़ावा या सेवा की रसीद मंदिर प्रशासन के अधिकृत व्यक्तिद्वारा हस्ताक्षरित होना चहिए।
- नगदी दान केवल हुंडी में ही डाले। या सेवा काउंटर पर जमा करे।
- मंदिर परिसर स्वच्छ रखने में मंदिर प्रशासन की मदत करे, मंदिर परिसर में गंदगी ना करे।
- अगर आपको मूकाम्बिका मंदिर दर्शन के लिए कमरा बुक करना है तो, आपके आने के पहले की बूक करे।
- मंदिर में नंगे पैर प्रवेश करना पड़ता है।
Dont’s:
- महिलाएं बच्चे को जन्म देने के ११ दिनों के बाद ही मंदिर में प्रवेश कर सकती है।
- परिवार में किसी शोक या मृत्यु की स्थिति में परिवार के सदस्यों को 11 दिनों तक मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करना चाहिए।
- मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं करना है।
- गर्भवती महिलाओं को सात महिने बाद मंदिर प्रांगण मे प्रवेश नहीं करना है।
- मंदिर परिसर में शराब, धूम्रपान पीना और मंदिर प्रांगण में थूकना सक्त मना है।
- मूकांबिका मंदिर परिसर में फोटोग्राफी करना सक्त मना है।
- भक्तों को शर्ट, पगड़ी, टोपी, लूंगी, बनियान और शॉर्ट पैंट पहनकर प्रवेश करना सक्त मना है।
Kollur Mookambika Temple Contact Details
POSTAL ADDRESS :- Sri Mookambika Temple, Kollur, Kundapura Taluk, Udupi, State Karnataka, Pincode : 576 220
Contact Numbers : Contact Number: 02854-258221
Fax: 08254-258221
E-mail : srikollurmookambikatemple@yahoo.com
FAQ
What is the timing of darshan at Mookambika Temple?
Darshan timings: Kollur Mookambika Temple is open from 5 AM till 9 PM.
What is dress code in Mookambika Temple?
अन्य हिंदू मंदिरों की तरह मूकांबिका मंदिर में भी भक्तों के लिए ड्रेस कोड है। पुरुष और महिलाओं के लिए ड्रेस कोड है। पुरुषों को स्वच्छ सफेद रंग की धोती पहना है और ऊपर आप शर्ट या बनियान नहीं पहनना है।महिलाओं को साड़ी, कुर्ता और दुपट्टा या पंजाबी ड्रेस भी पहन सकते है।